Saturday, April 6, 2019

Puppet 😊


पिंजरे की कैद में...

पिंजरे की कैद में...

चली हूं लोगों को रिझाने,
पिंजरे की कैद में,
यहां सब पर भरोसा है मुझे,
पर मुझ पर नहीं किसी को,
इसलिए तो हूं मैं,
पिंजरे की कैद में ।
           
                     - प्रीती द्विवेदी


बस अब नहीं

बस अब नहीं...

ऐ वक्त ले चल कहीं,
जहां कोई सीमा न हो,
न हो कोई पाबंदी,
ले चल मुझे वहीं।।
                 
                - प्रीती द्विवेदी

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